जो कभी रोहतक के विकास को कोसता हो, आखिर वो आज यहीं से चुनाव लड़ने पर क्यों हुए मजबूर ? क्या इन पर रोहतक की जनता विश्वास करेंगी ? अगर करेंगी तो कैसे और क्यों ? सवाल तो आपके मन में कई खड़े हो रहे होंगे। चलिए सबसे पहले आपको बताते हैं, आखिर वह महाशय कौन है, जो कभी रोहतक के विकास से चिढ़ते थे और आज वहीं से चुनाव लड़ने जा रहे है। कभी पंजे के सहारे चलने वाले तो कभी हाथी पर सवार थे। आज हाथ में कमल लेकर घूम रहे है। जी हां हम बात कर रहे है डॉ. अरविंद शर्मा की। अरविंद शर्मा जब बीएसपी में थे, तो कहते थे वोट हमारे विकास रोहतक का। परंतु शर्मा जी को यह नहीं पता था, आखिर भविष्य में कभी रोहतक से चुनाव भी लड़ना पड़ेगा। सब वक्त-वक्त की बात है। शर्माजी का हाल तो अलग-अलग साल, अलग-अलग हाल, अलग-अलग बयान जैसा है। कभी शर्मा जी कांग्रेस की हुड्डा सरकार के विकास कार्यों की तारीफ किया करते थे, तो कभी बीएसपी में रहकर रोहतक के विकास कार्यों पर सवाल उठाया करते थे। आज वहीं शर्मा जी रोहतक की जनता से वोट की अपील कर रहे है। ऐसे में रोहतक की जनता उन पर कैसे विश्वास करेंगी, यह अपने आप में सबसे मजबूत विषय रहने वाला है। क्योंकि रोहतक में पिछले 15 सालों से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा सांसद है। जिन्होंने अपने विकास कार्यों से पूरे हरियाणा की जनता को प्रभावित किया हैं। रोहतक का हर बच्चा और हर बुजुर्ग रोहतक में हुए विकास कार्य से संतुष्ट नजर आता हैं। इस बार की लड़ाई दो मजबूत राजनीति खिलाड़ियों के बीच हैं, एक लगातार रोहतक सीट से 3 बार सांसद रह चुका है, दूसरा 2 बार करनाल और 1 बार सोनीपत से सांसद रह चुका हैं। ऐसे में यह लड़ाई कांटे की माना जा रही हैं। देखना होगा रोहतक की जनता विकास पर विश्वास करती है या फिर विकास को कोसने वाले प्रत्याशी पर।