नई सोच और स्वतंत्र विचारधारा हर व्यक्ति के अंदर देखने को नहीं मिलती हैं। आज हम एक ऐसे व्यक्ति और राजनेता की बात कर रहे है, जो पिछले 18 सालों से ओडिशा की राजनीति में सक्रिय है। युवा सोच-स्वतंत्र विचारधारा के लिए जो जनता के बीच में जाना जाता है। जिसने एनएसयूआई से अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया हो, जो आईवाईसी के भिन्न पदों पर रहा हो। जिसकी लगातार दो पीढ़ी राजनीति में सक्रिय रही हो। जिसने सक्रिय राजनीति में कदम रखने से पहले एमबीए की शिक्षा पूरी की हो। जो ईमानदारी और जुनून से समाज के विकास में अपना योगदान देता हो। हम बात कर रहे हैं, ओडिशा के राजनीति का उभरता चेहरा अभिषेक महानंदा की। जो वर्तमान में ओडिशा कांग्रेस के सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया के शीर्षक हैं। अभिषेक महानंदा ओडिशा कांग्रेस के सबसे तेजी से उभरते युवा चेहरा हैं, अभी तक जिसका राजनीतिक जीवन साफ-सुथरा रहा है। वैसे आपको बता दूं, अभिषेक महानंदा इस बार ओडिशा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की तरफ से कटक सदर विधानसभा सीट से प्रत्याशी होंगे। चलिए आपको अभिषेक महानंदा का राजनीति इतिहास बताते है- सन् 1999 में महानंदा कॉलेज यूनियन इलेक्शन कंटेस्टेंट थे। जिसके बाद महानंदा 2004 में ओडिशा एनएसयूआई के राज्य सचिव के रूप में शामिल हुए। इस दौरान महानंदा कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार-प्रसार में काफी सक्रिय रहें। 2004 विधानसभा चुनाव के दौरान अभिषेक बलांगीर लोकसभा के अंतर्गत टिटलागढ़ विधानसभा में कांग्रेस के चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से शामिल रहें। 2009 में कटक सदन के तहत कटक सदर विधानसभा इलेक्शन कैंपेन में शामिल रहें। 2011 में तुमकुर और कर्नाटक में आईवाईसी समन्वयक रहें। जिसके बाद 2015 से 2017 तक राज्य संयोजक और सोशल मीडिया विभाग में रहें। अभिषेक बलांगीर से पीसीसी सदस्य रहे। वर्तमान में अभिषेक उड़ीसा कांग्रेस के राज्य समन्वयक अध्यक्ष और सोशल मीडिया विभाग में है। अभिषेक महानंदा ने बीजेबी कॉलेज, भुवनेश्वर से कॉमर्स से 12वीं और डीएम स्कूल, भुवनेश्वर से वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा, उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से बीबीए, आईआईएलएम, नई दिल्ली से एमबीए की शिक्षा प्राप्त की। जिसके बाद अभिषेक महानंदा सिटी ग्रुप से नागरिक वित्तीय भारत व क्रेडिट-जोखिम अधिकारी रहे, जिसके बाद फ्यूचर ग्रुप में फ्यूचर मनी उप प्रबंधक, क्रेडिट और जोखिम अधिकारी रहे तथा बजाज फाइनेंस लिमिटेड में मैनेजर और बिजनेस एनालिटिक्स रहे हैं।
अगर अभिषेक महानंदा की उपलब्धियों की बात करें तो, अभिषेक महानंदा एक अच्छे क्रिकेटर, स्नूकर भी रहे हैं। सन् 1999 में अभिषेक विजय मर्चेट ट्रॉफी में उड़ीसा राज्य क्रिकेट टीम के सदस्य भी रहे। 2001 में उड़ीसा स्नूकर चैम्पियनशिप के अंडर-21 में रनर अप रहे। अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्नूकर चैम्पियनशिप में उड़ीसा राज्य का प्रतिनिधित्व किया। सन् 2002 में जम्मू में आयोजित राष्ट्रीय स्नूकर चैम्पियनशिप में उड़ीसा राज्य का प्रतिनिधित्व किया।
अगर अभिषेक महानंदा के राजनीतिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें, तो अभिषेक महानंदा के दादा श्री अच्युतानंद महानंदा पूर्व कैबिनेट मंत्री और बलांगीर व लोसिंघा, कांताबांजी, टिटलागढ़ के पूर्व विधायक थे। वहीं अभिषेक महानंदा के नाना डॉ. हरेकृष्णा मल्लिक पूर्व राज्यसभा सांसद, चाचा हृषिकेश महानंदा बलांगीर लोकसभा- 1962-67 के पूर्व सांसद रहे हैं। जबकि इनकी माता श्रीमती आशिमा महानंदा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व सचिव और ओडिशा महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष, बलांगीर जिला की महिला कांग्रेस अध्यक्ष रही हैं। इसलिए अभिषेक महानंदा ने उड़ीसा की राजनीति को बेहद करीबी से देखा है। जिसका फायदा अभिषेक महानंदा को इन विधानसभा चुनावों में जरूर मिलेगा। आपको बताते चलें, अभिषेक महानंदा के पिता का नाम बिजय कुमार महानंदा और माता का नाम अशिमा महानंदा है, जबकि इनकी धर्मपत्नी का नाम पूजा अरोड़ा महानंदा है। अभिषेक और पूजा की एक बेटी है जिसका नाम आशिमा महानंदा है। वैसे अभिषेक महानंदा हिंदू धर्म और अनुसूचित जाति से संबंध रखते है। जिन्हें ओडिया सहित हिंदी, अंग्रेजी भाषाओं का ज्ञान हैं। इस बार के विधानसभा चुनावों में अभिषेक महानंदा को कांग्रेस पार्टी ने कटक सदर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जिससे इस सीट की लड़ाई बेहद रोमांचक हो चली है।