ओडिशा के मुख्यमंत्री नवी पटनायक के विधानसभा क्षेत्र हिंजिली के अंदर पड़ने वाले सरु गांव में ज्यादातर ग्रामीण पलायन करके दूसरे शहरों की ओर जाने को मजबूर हैं। पिछले 19 सालों से सत्ता में बैठे नवीन पटनायक अपने विधानसभा क्षेत्र को उतना विकसित नहीं कर पाएं, जितना वो कर सकते थे। शायद यही एक कारण हैं जिससे क्षेत्र के लोगों का पलायन करना हो सकता हैं। हिंजिली विधानसभा क्षेत्र के सरु गांव में 3400 घर हैं, जिनमें से 2000 घरों में ताले पड़े हुए हैं। कुछ स्थानीय लोग बताते हैं, क्षेत्र में रोजगार की कमी के कारण गांव वाले नौकरी के लिए बड़े शहरों की तरफ जाने लगे हैं। आपको बता दें, हिंजिली ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक का गढ़ माना जाता है। इसके बाद भी क्षेत्र की ऐसी हालत हैं। चार बार सीएम रह चुके नवीन पटनायक एक बार फिर उसी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। 18 अप्रैल को ओडिशा में विधानसभा चुनाव होने हैं। स्थानीय जनता का कहना है, कि गांव से पलायन कर चुके लोग वोट देने के लिए भी नहीं आते हैं। इसलिए गांव के ज्यादातर घरों में ताले देखें जा सकते हैं। हिंजिली विधानसभा सीट गंजाम जिले के अंतर्गत आती है। 1957 से 2014 तक इस सीट पर 14 बार चुनाव हो चुका हैं। जिसमें 4 बार इस सीट से नवीन पटनायक विधायक रह चुके हैं। वैसे क्षेत्र की यह हालात सीएम पटनायक के विकास पर सवाल खड़े करती है। आखिर सीएम पटनायक के गढ़ से क्यों लगातार पलायन हो रहा है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या सीएम पटनायक या फिर उनका 19 सालों का राज। ऐसे में सीएम नवीन पटनायक के कार्यकाल और उनकी नीतिओं पर सवाल खड़े होते हैं।