भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने उन दावेदार खिलाड़ियों के प्रति सहानुभूति जताई जिनका चयन विश्व कप 2019 के लिए भारतीय टीम में नहीं हुआ है। शास्त्री ने कहा कि पारंपरिक रूप से 15 सदस्यीय टीम की बजाए 16 सदस्यीय टीम चुनते। उन्होंने टीम में नहीं चुने गए खिलाड़ियों को दिल छोटा नहीं करने की सलाह दी है।
BCCI ने सोमवार को वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की। टीम में युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत, अंबाती रायुडू को जगह नहीं मिली हैं। इस पर शास्त्री ने कहा- मैं चयन मामले में शामिल नहीं हूं। यदि कोई विचार होता है तो हम कप्तान को बता देते हैं। यदि आपके पास सिर्फ 15 ही खिलाड़ियों को चुनने की सीमा हो तो किसी न किसी को तो बाहर होना ही होगा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि मैं होता तो 16 सदस्यीय टीम का चयन करता। हमने आईसीसी से भी कहा है कि लंबे टूर्नामेंट में 16 सदस्यीय टीम की अनुमति मिलना चाहिए क्योंकि 15 सदस्यीय टीम में दिक्कत होती है।
भारतीय कोच ने कहा- जो खिलाड़ी 15 सदस्यीय टीम में जगह बनाने से चूक गए हैं, वे हिम्मत न हारें। उन्हें कभी भी बुलावा आ सकता है। खिलाड़ियों को चोट लगती है, कुछ टीम से बाहर हो जाते हैं। ऐसे में कब किस को बुलावा आ जाए, कहा नहीं जा सकता।
बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर के लिए चर्चा करते हुए शास्त्री ने कहा- यह महत्वपूर्ण जगह है। कौन बल्लेबाजी करने उतरेगा यह मैच की परिस्थिति और विपक्षी टीम पर निर्भर करता है। मैं कह सकता हूं कि शीर्ष तीन स्थान तय होते हैं, इसके बाद आपको लचीला रुख रखना होता है।
शास्त्री ने उन आरोपों को भी निराधार बताया जिसके अनुसार भारतीय टीम बहुत ज्यादा विराट कोहली पर निर्भर है। उन्होंने कहा- यदि आप पिछले पांच सालों के प्रदर्शन पर निगाह डालेंगे तो पाएंगे कि हम शीर्ष दो या तीन में बने रहते हैं। हम टेस्ट में सालों से नंबर वन टीम हैं। प्रदर्शन में इस तरह की निरंतरता के लिए आपको खिलाड़ियों के समूह की जरूरत होती है। आपको पूरी टीम को श्रेय देना चाहिए।