चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर क्लीन चिट दी है. महाराष्ट्र के लातूर में सेना को लेकर फर्स्ट टाइम वोटर्स से की गई अपील को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना. बता दें, महेन्द्र सिंह नामक व्यक्ति ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी.
इस शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने अपनी बैठक में पीएम मोदी के लातूर में दिए गए भाषण की सीडी और 11 पेज में उनके भाषण के ट्रांस्क्रिप्शन की गहराई से और कई कोण से पड़ताल की, लेकिन कहीं से ऐसा नहीं लगा कि इससे आचार संहिता का उल्लंघन हुआ हो.
इसके अलावा आयोग ने बुधवार को हुई मैराथन मीटिंग में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और मंत्री पीसी शर्मा को भी क्लीन चिट दे दी. मंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा था, 'बूथ जिताओ', नॉकरी पाओ. आयोग को मुख्यमंत्री और मंत्री के बयान में भी आचार संहिता के उल्लंघन जैसी चीज नहीं मिली.
पीएम मोदी ने लातूर में क्या कहा था
महाराष्ट्र के लातूर में 9 अप्रैल को रैली संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, 'मेरे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कहना चाहता हूं कि क्या आपके जीवन का पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों को समर्पित हो सकता है. मैं मेरे फर्स्ट टाइम वोटर्स से कहना चाहता हूं कि आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए हैं उन वीर शहीदों के नाम समर्पित हो सकता है क्या.'
पीएम मोदी को क्लीन चिट
पीएम मोदी के इस बयान पर चुनाव आयोग में शिकायत हुई थी. इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला प्रशासन से 11 पन्नों की ट्रांस स्क्रिप्ट और रैली की सीडी तलब की थी. चुनाव आयोग ने बुधवार को सीडी और ट्रांस स्क्रिप्ट देखा. इसके बाद पीएम मोदी को क्लिन चीट दे दी.