पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया है. ममता बनर्जी ने टीएमसी के 40 विधायकों के संपर्क में रहने वाले पीएम मोदी के बयान का हवाला देते हुए पीएम मोदी को बेशर्म कहा है. ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी के लोग पैसे की ताकत से बिकने वाले नहीं हैं. ममता ने मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पहले दिल्ली को संभालें, फिर बंगाल को देखें.
ममता ने कहा कि मेरी पार्टी में सभी समर्पित हैं और अपना खून तक बहाने के लिए तैयार हैं. मेरे विधायकों को पैसों की ताकत से नहीं खरीदा जा सकता है. ममता ने कहा कि पीएम मोदी की उम्मीदवारी रद्द कर देनी चाहिए क्योंकि उन्होंने लोगों को खरीदने की बात कर संविधान का उल्लंघन किया है. बंगाल के लोग कभी भी बीजेपी को स्वीकार नहीं करेंगे. ममता इतने पर ही नहीं रुकीं. उन्होंने बीजेपी को दंगाइयों की पार्टी करार दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना, 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे. पीएम मोदी ने कहा था कि आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं. दीदी आपने विश्वासघात किया है, आज जो पश्चिम बंगाल में गुस्सा है वो आपके विश्वासघात का है और इस विश्वासघात की कीमत यहां का नौजवान लेकर रहेगा.
पीएम मोदी के इस बयान की टीएमसी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है. टीएमसी ने आयोग से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
पीएम मोदी ने रैली में ममता सरकार पर तंज भी कसा था. मोदी ने कहा था कि दीदी ने घोषणा की है अब वो मुझे बंगाल की मिट्टी-पत्थरों से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं. वाह क्या सौभाग्य है मेरा. बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की चरण रज. महापुरुषों के पैरों की धूल, वो माटी जिन पर उनके पैर पड़े, वो माटी जिन्होंने देश को बनाने वाले ऐसे महान व्यक्तित्वों को बनाया, मुझे अब उस माटी का प्रसाद मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा.
गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि ममता बनर्जी उन्हें हर साल कुर्ता और बंगाल की मिठाई भेजती हैं.