सीएम त्रिवेंद्र रावत एक कार्यक्रम में 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर बात कर रहे थे. जिसमें उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में रिजल्ट बिलकुल स्पष्ट है. भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के पास बहुत चमकीला नेतृत्व है लेकिन इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र की जुबान फिसल गई. मुख्यमंत्री ये भूल गए कि उन्हें यूपीए कहना है या एनडीए. वे कह बैठे कि एनडीए के पास कोई नेतृत्व ही नहीं है और जो है वो भी बहुत बुझा-बुझा सा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र द्वारा जुबान फिसलने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी सीएम त्रिवेंद्र बारिश और आपदा पर बयान देते हुए बोल चुके हैं कि प्रभु की कृपा से बहुत नुकसान हुआ है.जिसके बाद उनके इस बयान पर भी काफी किरकिरी हुई थी.