लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सबसे बड़ा कद प्रधानमंत्री का ही होता है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और देश के प्रधानमंत्री हैं नरेंद्र मोदी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी में सबसे ताकतवर होने के बाद भी नरेंद्र मोदी को कौन डांट सकता है. इस सवाल का जवाब रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इंदौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया.
लोकसभा अध्यक्ष के रूप में सुमित्रा महाजन के कुशल सदन संचालन की सराहना करते हुए प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि भाजपा में केवल सुमित्रा महाजन ही हैं जो उन्हें डांट लगा सकती हैं. मोदी ने यहां भाजपा की चुनावी सभा में कहा, "लोकसभा स्पीकर के तौर पर ताई (महाजन का लोकप्रिय नाम और मराठी में बड़ी बहन का संबोधन) ने बड़ी कुशलता और संयम से कार्य किया, इस कारण उन्होंने सब लोगों के मन पर अमिट छाप छोड़ी है."
अपने भाषण के दौरान उन्होंने मंच पर महाजन की मौजूदगी में कहा, "आप सब तो मुझे प्रधानमंत्री के रूप में जानते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि हमारी पार्टी में अगर मुझे कोई डांट सकता है, तो वह ताई ही हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "मैंने और ताई ने भाजपा संगठन में साथ-साथ काम किया है, कार्य के प्रति उनके समर्पण को ध्यान में रखते हुए मैं इंदौर को विश्वास दिलाता हूं कि शहर के विकास के मामले में ताई की कोई भी इच्छा अधूरी नहीं रहेगी."
आपको बता दें कि सुमित्रा महाजन (76) इंदौर सीट से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार आठ बार चुनाव जीत चुकी हैं. लेकिन 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के नीतिगत निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद उन्होंने पांच अप्रैल को खुद घोषणा की थी कि वह बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी.
एक लंबी बहस के बाद भाजपा ने पार्टी के स्थानीय नेता शंकर लालवानी (57) को महाजन का चुनावी उत्तराधिकारी बनाते हुए इंदौर से टिकट दिया. इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के चेयरमैन और इंदौर नगर निगम के सभापति रह चुके लालवानी अपने राजनीतिक करियर का पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
बता दें कि इंदौर लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को मतदान होगा. इस क्षेत्र में मुख्य चुनावी मुकाबला लालवानी और कांग्रेस उम्मीदवार पंकज संघवी के बीच होना है, यहां वोटरों की संख्या करीब चौबीस लाख है.