प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर एक महत्वपूर्ण संदेश देश को देने की बात कही है. ऐसे में यह चर्चा हो रही है कि क्या मोदी कोई बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. देखा जाए तो नोटबंदी हो या फिर नगा समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे संदेश भेजकर हमेशा चौंकाते रहे हैं.
याद दिला दें कि इसके पहले इसी तरह 3 अगस्त 2015 को भारत सरकार की ओर से एक संदेश मीडिया संगठनों को भेजा गया था. इसमें कहा गया था कि भारत सरकार एक बहुत बड़ी घोषणा करने वाली है.
इस संदेश के कुछ देर बाद भारत सरकार और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (आइजैक-मुइवा) या NSCN (IM) ने ऐतिहासिक ‘फ्रेमवर्क समझौते’ का ऐलान कर दिया.
इस ऐलान के बाद नगा आबादी ने इसका स्वागत किया साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी इसका स्वागत किया गया. लोगों को लगा कि नागालैंड में सबसे लंबे समय से चली आ रही संघर्ष गतिविधियों पर इससे विराम लग सकेगा.
नोटबंदी के वक्त भी हुआ था ऐसा....
वहीं, नोटबंदी के वक्त भी भारत सरकार की ओर से यह संदेश भेजा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ बड़ा ऐलान करने वाले हैं. फिर 8 नवंबर 2016 की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटों को बंद कर नए नोट जारी किए. इस ऐलान के बाद देश में हलचल मच गई. लोग नोट बदलवाने के लिए बैंकों की ओर दौड़ पड़े.