देश में लोकसभा चुनाव 2019 का चौथा चरण पूरा हो गया है. आगे के चरण के लिए राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारी में लगे हैं. दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के गठबंधन के बारे में समाजसेवी अन्ना हजारे का क्या कहना है, इसके बारे में आजतक ने उनसे विशेष बातचीत की.
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा को लेकर अन्ना हजारे ने कहा कि वे ऐसा सुनकर बहुत दुःखी हुए हैं. अन्ना हजारे ने कहा, अरविंद मुझे देश के लिए उज्ज्वल भविष्य की राह पर चलने वाला इंसान दिखाई देता था लेकिन मेरा सपना ही टूट गया. देश बदलने का मौका था जो चला गया, अब मुश्किल है. आज मुझे देश में एक भी व्यक्ति दिखाई नहीं देता जो देश का भविष्य बना सकता है. त्याग करेगा, चरित्र बना सकेगा, ऐसा इंसान देश में नहीं है.
अन्ना हजारे ने कहा, 'जिस कांग्रेस के खिलाफ 2009 से 2011 तक बढ़ते हुए भ्रष्टाचार को लेकर जन आंदोलन खड़ा किया था और उसका नेतृत्व अरविंद ने भी किया था. आज उसी भ्रष्टाचारी कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात कर रहे हैं अरविंद, इसलिए दुखी हूं. अन्ना हजारे ने कहा कि उन्हें बड़ी आशा थी कि अरविंद की पार्टी सत्ता में आई है तो देश में एक मिसाल कायम की जाएगी. ऐसा लग रहा था कि देश बदल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सत्ता में आने के बाद क्या पता क्या हो जाता है. मैंने जो आंदोलन किया था वो समाज की भलाई के लिए था. मैंने कुर्सी के लिए आंदोलन नहीं किया था.
हजारे ने कहा कि अब अरविंद ने समाज और देश को छोड़ दिया है और गठबंधन में लग गया है. किसी भी पार्टी से देश को उज्ज्वल भविष्य मिलेंगे इसमें मुझे आशा नहीं. आजादी के नाम पर राजनीतिक पक्ष खुद की मनमानी करते हैं, भ्रष्टाचार करते हैं. उनमें बदलाव आना चाहिए इसलिए आंदोलन किया था. ऐसे में अरविंद केजरीवाल आशा की किरण लग रहे थे मुझे. मुझे बताया था कि राजनीति में जाने के बाद पक्ष बनाऊंगा, बंगला नहीं लूंगा, गाड़ी नहीं लूंगा. आज देखो बंगला भी लिया और तनख्वाह सब पार्टी से ज्यादा ले लिया.
अन्ना हजारे ने कहा कि आम आदमी पार्टी को किसी के भी साथ नहीं जाना था. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के विरोध में आंदोलन किया, आरोप लगाया, दोष दिया और उन्हीं के साथ हाथ मिलाना कहां तक सही है. ये कैसी राजनीति है. मेरे सपने मिट्टी में मिल गए. आम आदमी पार्टी और अन्य पार्टी में क्या फर्क रहा अब. देश के लिए जिन्होंने बलिदान दिया है, उन्हें अरविंद भूल गए. अरविंद अब सत्ता और पैसे में लिप्त हो गए हैं और किसी के भी साथ हाथ मिला रहे हैं.
बीजेपी के बारे में अन्ना हजारे ने कहा, बीजेपी सरकार ने जो वादे मुझसे किए, उनमें सारे वादे तो पूरे नहीं किए लेकिन लोकपाल नियुक्ति, लोकायुक्त पर सकारात्मक कदम उठाए हैं. हालांकि स्वामीनाथन आयोग की शिफारिशें अबतक अमल में नहीं लाई हैं. उसके मीटिंग के लिए मुख्यमंत्री आने वाले हैं. उसपर भाजपा काम कर रही है. 2019 लोकसभा चुनाव के बारे में अन्ना ने कहा कि संसद में जिन लोगों को भेजना है, वे चरित्रशील होने चाहिए. पवित्र मंदिर में अपवित्र लोग गए तो देश का क्या होगा. देश के हालात के लिए 72 साल से पक्ष क्या कर रहा है, ये हम देख रहे हैं.