बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती विपक्षी एकता को झटका दे सकती हैं। दरअसल 10 दिसंबर को विपक्षी पार्टियों की बैठक है, लेकिन बताया जा रहा है कि इस बैठक में मायावती शामिल नहीं होंगी। इसी दिन सरकार की सर्वदलीय बैठक भी है। याने 10 दिसंबर पूरी तरह सियासी उठापटक का दिन रहेगा। बताया जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में अहम भूमिका निभाने वाली मायावती के विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं होने से गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक मायावती के प्रतिनिधि सतीश चंद्र मिश्रा को मनाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वो नही माने। उनका कहना है कि इसके पीछे राजस्थान और मध्य प्रदेश में बसपा के साथ गठबंधन का मुद्दा हो सकता है। जानकारों के मुताबिक के लिए रणनीति बनाने के लिए तो यह बैठक अहम है ही, इसके अलावा महागठबंधन में शामिल पार्टियों और आगे इसमें शामिल होने वाले दलों को लेकर भी योजनाएं तय होनी है। बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से 8 जनवरी तक चलेगा।